Friday, April 9, 2010

Daily words of the Buddha # 9-4-2010

PNदीघा जागरतो रत्ति, सन्तस्स योजनं।

दीघो बालानं संसारो, सद्धंम्मं अविजानतं ॥

जागने वाले की रात लम्बी हो जाती है , थके हुये का योजन लम्बा हो जाता है । सद्धर्म को न जानने वाले मूर्ख व्यक्तियों के लिये संसार चक्र लम्बा हो जाता है ।

                धम्मपद गाथा ५:६० बालवग्गो ।

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