सहस्समपि चे वाचा, अनत्थपदसंहिता।
एकं अत्थपदं सेय्यो, यं सुत्वा उपसम्मति॥
नि्रर्थक पदों से युक्त हजार वचनों की अपेक्षा एक अकेला सार्थक पद श्रेयस्कर होता है जिसे सुनकर कोई च्यक्ति शांत हो जाता है ।
धम्मपद : सहस्सवग्गो
Better than a thousand useless words is one
useful word, hearing which one attains peace.
Dhammaapada :Chapter Eight -- The Thousands 100
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