Tuesday, May 4, 2010

Daily words of the Buddha # 4-5-2010

चरन्ति बाला दुम्मेधा, अमित्तेनेव अत्तना।

करोन्ता पापकं कम्मं, यं होति कटुकप्फलं॥

बाल बुद्धि वाले मूर्ख जन अपने ही शत्रु बन कर वैसे ही आचरण करते हैं और ऐसे ही पापकर्म करते है जिसका फ़ल उनके लिये कडुवा होता है ।

                                               धम्मपद ६६

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