Thursday, March 10, 2016

उपदेशक प्रिय भी,अप्रिय भी।

उपदेशक जो उपदेश देता है,अनुशासन करता है, रास्ता बताता है, गलतियों से सावधान करता है, अशिस्टता व् अनाचार से दूर करता है, वह मनुष्य सत्पुरुषों को तो प्रिय होता है परंतु वही पुरुष असत्पुरुषों को अप्रिय होता है।
                 तथागत बुद्ध


No comments:

Post a Comment